Shiv chaisa Options
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सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
Lord, once the ocean was churned plus the fatal poison emerged, out of one's deep compassion for all, You drank the poison and saved the earth from destruction. Your throat turned blue, thus That you are referred to as Nilakantha.
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ Shiv chaisa नहीं हैं।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ ।
पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल shiv chalisa in hindi सारे घर में छिड़क दें।
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।